Hanuman Chalisa in English PDF download in 2024

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित चालीसा में प्रभु श्री राम जी के परम भक्त हनुमानजी के महान गुणों एवं कार्यो का वर्णन किया है। जो हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथों जो सबसे एक है। इसे कई लोकप्रिय भजन, शास्त्रीय संगीत,लोग संगीत कलाकार द्वारा गाया गया है।

Add a heading 2024 08 29T163337.715 1


अगर आप भी बजरंगबली की चालीसा का पाठ करके संकट से मुक्ति पाना चाहते है परंतु हिंदी भाषा में हनुमान चालीसा पढ़ने में कठिनाई हो रही है तो इस आर्टिकल में Hanuman Chalisa in English PDF में दी हुई है।

Hanuman Chalisa in English PDF

Add a heading 2024 08 29T182402.257

Hanuman Chalisa in English

{ दोहा }
Shri Guru Charan Saroj raj Nija manu Mukura sudhari।
Baranau Raghuvar Bimal Jasu Jo Dayaku Phala Chari ।।

Budheeheen Tanu Jannike Sumiro Pavan Kumara ।
Bal Buddhi Vidya Dehoo Mohee Harahu Kalesh Vikaar ।।

{ चौपाई }

Jai Hanuman gyan gun sagar
Jai Kapis tihun lok ujagar ।।

Ram doot atulit bal dhama
Anjani putra Pavan sut nama ।।

Mahabir vikram Bajrangi
Kumati nivar sumati Ke sangi ।।

Kanchan varan viraj subesa
Kanan Kundal Kunchit Kesha ।।

Hath Vajra Aur Dhwaja Viraje
Kaandhe moonj janeu saaje ।।

Sankar suvan kesri Nandan
Tej prataap maha jag vandan ।।

Vidyavaan guni ati chatur
Ram kaj karibe ko aatur ।।

Prabhu charitra sunibe ko rasiya
Ram Lakhan Sita man Basiya ।।

Sukshma roop dhari Siyahi dikhava
Vikat roop dhari lank jalava ।।

Bhim roop dhari asur sanhare
Ramachandra ke kaj sanvare ।।

Laye Sanjivan Lakhan Jiyaye
Shri Raghuvir Harashi ur laye ।।

Raghupati Kinhi bahut badai
Tum mama priya Bharat-hi-sam bhai ।।

Sahas badan tumharo yash gaave
As kahi Shripati kanth lagaave ।।

Sankadhik Brahmaadi Muneesa
Narad Sarad sahit Aheesa ।।

Yam Kuber Dikpaal Jahan te
Kavi kovid kahi sake kahan te ।।

Tum upkar Sugreevahin keenha
Ram milaye rajpad deenha ।।

Tumhro mantra Vibheeshan maana
Lankeshwar Bhaye Sab jag jana ।।

Yug sahasra yojan par Bhanu
Leelyo tahi madhur phal janu ।।

Prabhu mudrika meli mukh mahee
Jaladhi langhi gaye achraj nahee ।।

Durgam kaj jagat ke jete
Sugam anugraha tumhre tete ।।

Ram duwaare tum rakhvare
Hot na agya binu paisare ।।

Sab sukh lahai tumhari sarna
Tum rakshak kahu ko darna ।।

Aapan tej samharo aapai
Teenon lok hank te kanpai ।।

Bhoot pisaach Nikat nahin aavai
Mahavir jab naam sunavai ।।

Nase rog harae sab peera
Japat nirantar Hanumat beera ।।

Sankat se Hanuman chhudavai
Man Kram Vachan dhyan jo lavai ।।

Sab par Ram tapasvee raja
Tin ke kaj sakal Tum saja ।।

Aur manorath jo koi lavai
Soi amit jeevan phal pavai ।।

Charon jug partap tumhara
Hai parsiddh jagat ujiyara ।।

Sadhu Sant ke tum Rakhware
Asur nikandan Ram dulare ।।

Ashta siddhi nav nidhi ke data
As var deen Janki mata ।।

Ram rasayan tumhare pasa
Sada raho Raghupati ke dasa ।।

Tumhare bhajan Ram ko pavai
Janam janam ke dukh bisraavai ।।

Antkaal Raghuvar pur jayee
Jahan janam Hari Bhakt Kahayee ।।

Aur Devta Chitt na dharahin
Hanumat sei sarv sukh karahin ।।

Sankat kate mite sab peera
Jo sumirai Hanumat Balbeera ।।

Jai Jai Jai Hanuman Gosain
Kripa Karahun Gurudev ki nayin ।।

Jo shat bar path kare koi
Chhutahin bandi maha sukh hoi ।।

Jo yeh padhe Hanuman Chalisa
Hoye siddhi saakhi Gaureesa ।।

Tulsidas sada hari chera
Keejai Nath Hriday mahn dera ।।

{ Doha }

हनुमान चालीसा का पाठ करने की विधि

शनिवार और मंगलवार के दिन हनुमान जी को समर्पित है इस दिन पूजा करने से हनुमान जी की भक्तो पर विशेष कृपा होती है। अगर रोजाना चालीसा का सही नियमो से पाठ किया जाये तो बजरंगबली अत्यधिक प्रसन्न होते है। ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव के अनुसार पुरुष एवं महिलाएं दोनों को प्रतिदिन पाठ करना चाहिए हालंकि इसके कुछ नियम है जिसे आप निचे दी गयी सूचि को देख सकते है।

  • स्नान करें: पाठ से पहले शारीरिक और मानसिक शुद्धि के लिए स्नान करना आवश्यक है। स्वच्छ वस्त्र पहनें और मन को शांत रखें।
  • पवित्र स्थान का चयन करें: हनुमान चालीसा का पाठ एक साफ-सुथरे और शांत स्थान पर करें। यह स्थान घर का मंदिर या पूजा स्थल हो सकता है।
  • हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें: एक साफ स्थान पर हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर रखें। उनके सामने दीपक जलाएं और पुष्प अर्पित करें।
  • धूप और दीप प्रज्वलित करें: हनुमान जी की प्रतिमा के सामने धूप और दीप प्रज्वलित करें। अगरबत्ती और दीपक जलाने से वातावरण पवित्र होता है।
  • आरती और भोग लगाएं: आरती करने से पहले हनुमान जी को भोग लगाएं। फल, मिठाई, और अन्य प्रसाद अर्पित करें।
  • आरंभिक प्रार्थना करें: हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले भगवान गणेश, गुरु और हनुमान जी का ध्यान करें और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।
  • पाठ की शुरुआत करें: हनुमान चालीसा का पाठ श्रद्धा और ध्यान से करें। हर चौपाई का उच्चारण स्पष्ट और सही ढंग से करें।
  • पाठ की समाप्ति पर आरती करें: हनुमान चालीसा का पाठ पूरा करने के बाद हनुमान जी की आरती करें और उन्हें प्रसाद अर्पित करें।
  • प्रसाद वितरण करें: आरती के बाद घर के सभी सदस्यों को प्रसाद वितरित करें और स्वयं भी ग्रहण करें।
  • समर्पण और ध्यान करें: पाठ के बाद कुछ समय के लिए शांत बैठें और हनुमान जी का ध्यान करें। उनसे प्रार्थना करें कि वे आपकी सभी समस्याओं का समाधान करें और आपको अपनी कृपा प्रदान करें।
Add a heading 2024 08 29T183307.321

हनुमान चालीसा के पाठ का लाभ

हनुमानजी चालीसा का पाठ करने से घर में सुख-शांति ,धन वृद्धि,परिवार में प्रेम आदि बना रहता है और पितृ दोष, मंगल दोष, राहु-केतु दोष तथा सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

अगर आपमें किसी प्रकार का डर या भय है तो हनुमान चालीसा का पाठ करना बेहद ही फायदेमंद माना जाता है।

हनुमान चालीसा से जुड़ीं मान्यताएँ

हनुमान चालीसा से जुड़ीं कई धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएँ हैं, जिन्हें हिंदू धर्म में बहुत महत्व दिया जाता है। ये मान्यताएँ हनुमान जी की भक्ति, शक्ति और उपासना से संबंधित हैं।

संकटमोचक हनुमान: हनुमान चालीसा को संकटों और कठिनाइयों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है। यह मान्यता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के संकट, बाधाएँ, और दुःख दूर हो जाते हैं।

भय और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा: हनुमान चालीसा के पाठ से भय, भूत-प्रेत, बुरी आत्माओं और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। हनुमान जी की उपासना करने से भक्त को किसी भी प्रकार का भय नहीं सताता।

मानसिक शांति और साहस: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस का संचार होता है। यह मान्यता है कि हनुमान जी का स्मरण करने से मनुष्य के मन से संदेह और भय समाप्त हो जाता है।

बीमारियों से मुक्ति: यह माना जाता है कि हनुमान चालीसा के नियमित पाठ से शारीरिक और मानसिक बीमारियाँ दूर होती हैं। विशेषकर असाध्य रोगों में हनुमान जी की कृपा से चमत्कारिक रूप से लाभ होता है।

आध्यात्मिक उन्नति: हनुमान चालीसा का पाठ आत्मा को शुद्ध करता है और भक्त को आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है। यह माना जाता है कि हनुमान जी की भक्ति से मनुष्य को भगवान राम के चरणों में स्थान मिलता है।

शिक्षा और बुद्धि का विकास: हनुमान जी को विद्या और बुद्धि का देवता माना जाता है। विद्यार्थियों के लिए हनुमान चालीसा का पाठ लाभकारी होता है, जिससे उनकी बुद्धि का विकास होता है और वे परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हैं।

शत्रु नाशक: यह मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से शत्रुओं का नाश होता है। जो व्यक्ति अपने शत्रुओं से परेशान होते हैं, वे हनुमान जी की शरण में जाकर उन्हें परास्त कर सकते हैं।

धन-धान्य में वृद्धि: हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य और समृद्धि की वृद्धि होती है। यह मान्यता है कि हनुमान जी की कृपा से आर्थिक संकट समाप्त होते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

Read this Also : Shiv Chalisa Pdf Download Free 2024

FAQ- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ?

1.हनुमान चालीसा का पाठ किस समय करना चाहिए?

हनुमान चालीसा का पाठ प्रातःकाल और संध्या के समय करना श्रेष्ठ माना जाता है। हालाँकि, इसे किसी भी समय पढ़ा जा सकता है।

2.क्या हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी समस्याएँ हल हो सकती हैं?

हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और समस्याओं का समाधान मिलने में सहायता मिलती है।

3.हनुमान चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए?

हनुमान चालीसा का पाठ एक बार से लेकर 108 बार तक किया जा सकता है, यह पूरी तरह से आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है।

4.क्या हनुमान चालीसा का पाठ केवल मंदिर में किया जा सकता है?

नहीं, आप हनुमान चालीसा का पाठ घर पर, मंदिर में, या किसी शांत स्थान पर कर सकते हैं।

Leave a Comment